एस्टेरॉयड के बारे में ये बातें जानकर आप रह जाएंगे दंग

धरती पर विभिन्न आकार के एस्टरॉयड पाए जाते हैं। इन चट्टानों के आकार की एस्टेरॉयड से हम अपनी धरती के बारे में बहुत कुछ पता लगा सकते हैं। ऐसे ही कई सारे एस्टेरॉयड हमारे ब्राह्मण में भी उपस्थित है। जो सदियों से होने वाली विभिन्न प्रकार की घटनाओं की और इशारा करती है। अगर हम अरबों खरबों साल पहले कि बात करे तो हमारा सोलर सिस्टम बहुत ही अलग था।
सोलर सिस्टम में घूमने वाले एस्टरॉयड के बीच होने वाली टक्करों के कारण ही ब्राह्मण में ग्रहों का निर्माण हुआ है। ऐसा वैज्ञानिको द्वारा अंदाजा लगाया जाता है। इस निर्माण प्रक्रिया में लाखों सालों का समय लगता है। इन प्रक्रिया में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां शामिल हैं। वैज्ञानिकों द्वारा ऐसा अनुसार पहले सारे एस्टरॉयड एक ही दिशा में गति करते थे।
जिसके कारण वह एक दूसरे से चिपक जाते थे। हालांकि इस बात का कोई पुख्ता सबूत सामने नही आया है। वैज्ञानिकों ने यह बात 25143 इटोकावा के आधार पर की है। जो दो छोटे छोटे एस्टरॉयड से मिल कर बना है। इस बात की पुष्टि जैक्शनि ने अपने हायाभुसा मिशन के दौरान की है।

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