चीता की लघु चर्म पर काले रंग के मोटे धब्बे होते है ।
चीता का वजन 36 से 65 kg तक हो सकता है चीते की कमर तेंदुए और जगुआर से पतली होती है ।
चीता इस पृथ्वी का सबसे तेज दोडने वाला प्राणी है। ( speed 100 से 112 km /hr )
चीता अपने शिकार को पीछा करते समय मारता है, फिर उसके बाद शिकार के गले पर प्रहार करता है, ताकि उसका दम घुट जाए, चीता के लिए चार पैरों वाले जानवरों का गला घोंटना आसान नहीं होता। इस दुविधा से पार करने के लिए ही वो इनके गले के श्वासनली में पंजो और दांतो से हमला करता है। जिसके चलते शिकार कमज़ोर पड़ता जाता है, इसके बाद चीता परभक्षी द्वारा उसके शिकार को ले जाने से पहले ही जितना जल्दी संभव हो अपने शिकार को निगलने में देर नहीं करता ।
शिकार का पीछा करते समय, चीता के शरीर का तापमान 105 डिग्री फ़ारेनहाइट या 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। चीता सबसे तेज दोड सकता है पर लम्बी दुरी तक नहीं दोड सकता ।
चीता 100 km/hr की गति से 100m तक ही तेजी से दोड सकता हे और 80 km/hr की गति से 500 मीटर दोड पाता है ।
तेंदुआ (leopard)
तेन्दुए अधिकांशतः पीली चमड़ी के होते हैं जिस पर गहरे रंग के धब्बे होते हैं।
तेंदुए 88 km/hr की गति से दोड सकते है ।
तेंदुए का वजन 36 से 75 kg तक होता है।
तेंदुए पुरे रूप सर काले भी हो सकते है।
तेंदुए रात में ज्यादातर समय सोने के बजाय शिकार करने में बिताते है ।
तेंदुए इन्सान से गुना ज्यादा अच्छी तरह से किसीं आवाज को सुन सकता है ।
तेंदुओं के पास बहुत मजबूत और ग्रिप्पिंग पंजे होते हैं जिसकी वजह से वे एक सीधी चट्टान पर भी आसानी से चढ़ सकता है ।
जगुआर (jaguar)
जगुआर का वजन 56 से 96 kg तक का होता है।
तेंदुए की तुलना में जगुआर का सिर बड़ा होता है और इसके शरीर के धब्बे बड़े और बिखरे हुए होते हैं।
जगुआर दक्षिण अमेरिका मे ज्यादा पाए जाते है।
जगुआर पानी मे अच्छी तरह से तैर सकता है।
जगुआर में अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली जबड़े होते हैं, जो खोपड़ी को छेदने और समुद्री कछुए के खोल को दरार करने के लिए पर्याप्त मजबूत होते हैं। वे भयावह शिकारी हैं और मेंढकों, मछलियों और सरीसृपों से लेकर पशुओं, गायों और हिरणों तक किसी का भी शिकार करेंगे।
हालांकि वे तेंदुओं के समान दिखते हैं लेकिन वे तेंदुओं से बड़े और मजबूत होते हैं।
वे न केवल रात के समय में सक्रिय रहते है बल्कि दिन के समय में भी सक्रिय रहते है।
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