आये अनोखी बाते जानते है रामायण के बारे में - भाग २

                            इस पर्वत पर मूक होकर बैठे ऋषियों को ...
१- सीताजी का जब अपहरण हुआ था तो श्री राम जी ढूढ़ते ढूढ़ते गोदावरी तटवती पुष्पित प्रदेश में विचरण करने लगे | यही पर कबन्ध नामक राक्षस दिखाई दिया | राम जी ने उसका उद्दार किया उसी के कहने पर वे ऋष्यमूक नामक पर्वत पर जाकर सुग्रीव से मिले वही पर दोनों लोगो में मित्रता हो गयी |

                             Sri lanka ashok vatika still have marks of sita mata stay and ...
२- अशोक वाटिका लंका में स्थित सुरम्य वाटिका का नाम था यह रावण की नगरी श्री लंका में है जो अशोक वाटिका के नाम से जानी जाती है वह रामायण के अनुसार वहाँ एक वट पेड़ था जो अब नहीं है उसी जगह माता सीता जी का रावण ने रखा था ये विज्ञान भी साबित कर चुका है यहाँ कभी एक पेड़ था | 

३- कौशल्या माता कौशल प्रदेश (छत्तीशगढ़) की राज कुमारी थी | 

४- उर्मिला जनकपुर के राजा जनक की बेटी थी उनकी माता रानी सुनयना थी सीता जी उनकी बड़ी बहन थी वह श्री राम जी के अनुज लक्ष्मण के पत्नी थी | 

५- मांडवी कुशध्वज की बेटी थी उनकी माता रानी चन्दभागा थी वह श्री राम जी के छोटे भाई भरत की पत्नी थी उनकी एक छोटी बहन श्रुतकीर्ति थी उनके दो बेटे थे- तक्ष और पुष्कल।

६- मंदोदरी मायापुरी की पुत्री थी | 

७- मायासुर कश्यप और दुन (दिति) का पुत्र नमुचि का भाई था | 

८- इंद्रजीत को परास्त करने के कारण ही ब्रह्मा जी ने इसका नाम इंद्रजीत रखा था | 

९- मेघनाथ का विवाह नागराज की वासुकी पुत्री देवी सुलोचना के साथ हुआ था | 

१०- रावण के दो बेटा था मेघनाथ अथवा अक्षय कुमार था |  

११- अतिकाय रावण के दूसरे पत्नी धन्यमालिनी का पुत्र था | 

१२- वेदवती देवी लक्समी जी की एक अवतार थी | 

१३- राजा दशरथ के कूटनीतिक मंत्रिओ के नाम सुमंत्र,धृष्टि,जयन्त,विजय,सुराष्ट्र,राष्ट्रवर्धन,अकोप,धर्मपाल | 

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