फेफड़ों के लिए बेहद कारगर है भाप लेना, इन चीजों का नहीं करें सेवन ?

 

कोरोना महामारी के समय अगर बंद नाक और सांस लेने में परेशानी हो तो भाप लेनी चाहिए। भाप बंद नाक खोलने के साथ गले और फेफड़े के लिए एक तरह से सैनिटाइजर का काम करती है। कोरोना काल में अपनाएं कुछ जरूरी टिप्स और बढ़ाएं वायरस के खिलाफ अपनी ताकत:

  • अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल के पंचकर्म विशेषज्ञ जितेंद्र वर्मा के अनुसार रोजाना दो से पांच मिनट तक भाप लेने से वायरस निष्क्रिय हो सकता है।
  • पानी में विक्स, संतरा या नींबू के छिलके, अदरक और नीम की पत्तियों को उबालकर भाप लें।

इन चीजों का नहीं करें सेवन

  • ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम, कोल्ड डिंक, फ्रिज की ठंडी चीजें एवं खट्टी चीजें जैसे अचार, इमली आदि खाने से बचें।
  • गरिष्ठ भोज्य पदार्थ जैसे मैदे से बनी चीजें और दालों में उड़द, राजमा, चना आदि से परहेज करें। पालक, सरसों, पनीर, बैंगन, कटहल और गोभी जैसी पचने में भारी सब्जियों का सेवन भी इस समय न करें।

अगर आक्सीजन का स्तर गिरने लगे..

  • आक्सीजन का स्तर शरीर में सही रखने के लिए जितना अधिक से अधिक हो सके उल्टा यानी पेट के बल लेट कर गहरी गहरी श्वास लें। ऐसा दिन में कई बार कर सकते हैं।
  • मानसिक तनाव से दूर रहें। किसी भी तरह का मानसिक तनाव एवं भारी-भरकम खानपान आपके शरीर में आक्सीजन की आवश्यकता को बढ़ा देता है।

आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे

  • श्वसन तंत्र की मजबूती के लिए आधा चम्मच शहद में सितोपलादि पाउडर मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने की सलाह गुरुग्राम के प्रख्यात आयुर्वेदिक चिकित्सक परमेश्वर अरोड़ा देते हैं। इसे सुबह नाश्ते के बाद आठ बजे एवं शाम पांच बजे ले सकते हैं।
  • खाना खाने के बाद दोपहर में और रात (करीब नौ बजे) गिलोय घन वटी की दो-दो गोली गर्म पानी से लेने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता सशक्त होती है।
  • इसके अलावा आधा कप काढ़ा दिन में एक बार कभी भी लें। आधा से एक चम्मच तुलसी अर्क आधा कप गर्म पानी या चाय में मिलाकर दिन में एक बार कभी भी लें।
  • लौंग या साबुत काली मिर्च या अजवाइन में सेंधा नमक मिलाकर दिन में दो से तीन बार चूस सकते हैं।
  • तिल के तेल या सरसों के तेल की दो-दो बूंदें दिन में दो बार नाक में डालें।
  • हल्का भोजन ही करें। कमजोरी महसूस होने पर मुनक्का के चार-चार दाने सुबह एवं शाम को लें। रात में सोते समय हल्दी वाला दूध लें।
  • कपूर-अजवाइन की पोटली थोड़ी-थोड़ी देर में सूघंते रहें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ